Home निबंध Essay on Seasons in India in Hindi | Rainy Seasons in Hindi

Essay on Seasons in India in Hindi | Rainy Seasons in Hindi

Essay on seasons in India in Hindi से हम जानेंगे कि भारत की ऋतुएं खुद में बहुत ख़ास है भारत इस पूरे विश्व का सबसे अभिन्न देश है। यहां भांति-भांति प्रकार की सभ्यताएं, संस्कृति देखने को मिलती है। उसी प्रकार से यह एक ऐसा देश है जहां विभिन्न विभिन्न प्रकार की ऋतुओं का भी आगमन होता है, जिसके कारण यह देश सभी प्रकार के मौसम को झेलने की ताकत रखता है। हर ऋतु का अपना अलग महत्व होता है। हर ऋतु इंसान के मन को सुहावना व लाभान्वित करती है। 

Essay on seasons in India in Hindi के माध्यम से आप भारत देश में आने वाली सभी ऋतुओं के बार में विस्तार से जानने वालें हैं।

Varsha Ritu Essay in Hindi: 

Essay on Seasons in India in Hindi में यदि Varsha Ritu Essay in hindi की बात की जाय तो हम आपको यह बता दें कि भारत विभिन्न प्रकार की ऋतुओं का देश है। भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसमें हर प्रकार की ऋतु आती है। इसमें सबसे रोमांचक ऋतु है Varsha Ritu। वर्षा ऋतु ढेर सारी खुशियां लेकर आता है। यह श्रावण और भादो मास में आता है। वर्षा ऋतु कृषि के लिये जल की पूर्ति के लिए अति आवश्यक है।

 पर्यावरण की दृष्टि से देखें तो वर्षा ऋतु काफी अहम किरदार निभाती है। यह ऋतु जुलाई माह से शुरू होकर सितंबर तक रहती है। ग्रीष्म ऋतु के बाद यह काफी राहत की सांस लेता है। इसके बाद आसमान का भी साफ हो जाता है। यहां तक कि कई बार सतरंगी इंद्रधनुष दिखाई पड़ता है। किसानों के लिए वर्षा ऋतु सबसे अधिक फायदेमंद होती है। 

Rainy season in Hindi: 

Essay on Seasons in India in Hindi  में Rainy season in Hindi भारत वासियों का सबसे प्रिय ऋतु है। केवल मनुष्य ही नहीं पशुपक्षी, पेड़पौधे सभी rainy season का बेसब्री से इंतज़ार  करते हैं। rainy season  में वातावरण काफी सुंदर व आकर्षक हो जाता है, बादलों की गर्जन, बिजली की चमक, एक अद्भुत एहसास दिलाती है। इस सीजन में सभी प्राकृतिक जल स्त्रोत नालेतालाब गड्ढे आदि पानी से भर जाते है और सड़कें मैदानी इलाका कीचड़ युक्त हो जाता है। rainy season  को प्यार की ऋतु भी बोला जाता है। 

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि जल ही जीवन है तो इस ऋतु में सभी जलीय स्रोतों की पूर्ति हो जाती है। वास्तविकता में तो किसानों के लिए यह सीजन वरदान साबित होता है। यह अच्छा होने के साथ कुछ जगह पर अपना दुष्प्रभाव भी डालता है जैसे:- अत्याधिक वर्षा, मृदा, अपरदन, और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। इस सीजन में त्वचा रोग बढ़ जाते हैं। पेट संबंधित या पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं।

Essay on summer season in Hindi: 

Essay on Seasons in India in Hindi में हम आपको बता दें कि Summer season  भारत की सबसे विशेष ऋतु में से एक है। summer season  की शुरुआत  आषाढ़ के समय होती है। उत्तरपश्चिमी भारत के शुष्क भागों में इस ऋतु में गर्म  हवाएं चलती हैं जिस को आम भाषा में ‘लू’ कहा जाता है। पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश में इस ऋतु में धूल भरी आंधियां भी चलती है।

भारत में वैसे तो मार्च से जून तक इस ऋतु का समय रहता है। इसमें संपूर्ण देश में तापमान में वृद्धि हो जाती है। सूर्य के पृथ्वी के सबसे निकट आ जाने के कारण Summer season आता है। अधिकतर इसमें तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। इस तापमान के बढ़ने का मुख्य कारण मानवीय प्रदूषण, पेट्रोल गैस, Air conditioner इत्यादि हैं। इसी कारण यह रितु दुखदाई बन जाती है। 

summer season  के काफी सारे लाभ भी हैं, इस मौसम में खरीफ की फसलें बोई जाती है। summer season  में आम, लीची, तरबूज जैसे फलों की प्राप्ति होती है, जो शरीर की तरलता कायम रखता है। खाद्य पदार्थों की उपभोक्ता भी बढ़ जाती है। परंतु जल की कमी होने के कारण इस ऋतु में पानी से संबंधित रोगों की वृद्धि हो जाती है, जैसे दस्त, डायरिया इत्यादि। इस समय लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। जिसके लिए शरीर को लगातार पानी का सेवन देते रहना चाहिए।

Essay on winter season in Hindi:

Essay on Seasons in India in Hindi में Winter season  बेहद महत्वपूर्ण ऋतु है।  Winter season  में तापमान निम्न हो जाता है। Winter season  का आगमन अक्टूबर से होता है वह फरवरी अंत तक रहता है। नवंबर अंत या मध्य तक ठंड काफी बढ़ जाती है। Winter season  में रातें लंबी व दिन छोटे होते हैं। 

Winter season  का जीवनकाल कार्तिक से माघ मास के बीच रहता है। स्वास्थ्य के अनुसार यह ऋतु काफी लाभदायक होती है क्योंकि इस ऋतु में पाचन शक्ति काफी प्रबल होती है। खाद्य अनुसार भी Winter season  काफी महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस समय में हरी सब्जियों की भरमार होती है, पालक, गोभी, गाजर इत्यादि जो कि शरीर के लिए लाभदायक होती है।

इस मौसम में गेंदा, सूरजमुखी, गुलाबी फूलों की भी खूबसूरत दिखाई पड़ती है। लोगों को काफी सुकून देता है। हमें जीवन के संघर्षों का सामना करने की प्रेरणा देता है। गरीबों के लिए यह रितु काफी दुखदाई होती है क्योंकि उनके पास उपलब्ध नहीं हो पाती है जिसके कारण उन लोगों को यह काफी दुष्कर लगता है। मूंगफली का आनंद भी इसी ऋतु में मिलता है। मूंगफली को तेल निकालने के लिये भी उपयोग किया जाता है। तेल आदि का सेवन इस ऋतु में लाभदाई होता है।

Essay on Six Seasons of India in Hindi: 

Essay on Seasons in India in Hindi में आपको बता दें कि भारत में 6 सीजन होते हैं, बसंत, वर्षा, शरद, ग्रीष्म, हेमंत और शीत ऋतु और प्रत्येक ऋतु का अपना अलग-अलग महत्व है। इन ऋतुओं से वातावरण, जलवायु, और कृषि हर ऋतु में भिन्न-भिन्न प्रकार से  लाभदायक होता है।

बसंत ऋतु : बसंत ऋतु का काल फाल्गुन स्वाद चैत्र मास होता है इसमें मौसम सुहावना हो जाता है नए पत्ते आने लगते हैं।

वर्षा ऋतु : वर्षा ऋतु आषाढ़ श्रावण और भादो मास में मुख्य रूप से होता है। इसका काल जुलाई से सितंबर के मध्य रहता है।

शरद ऋतु : इसे पतझड़ के नाम से भी जाना जाता है। यह अश्विन से कार्तिक के मध्य होता है इस ऋतु में आद्रता काफी बढ़ जाती है।

ग्रीष्म ऋतु : यह ज्येष्ठ से आषाढ़ के मध्य होता है। इस ऋतु में वातावरण तापमान काफी बढ़ जाता है।

हेमंत ऋतु : हेमंत ऋतु मार्गशीर्ष से पौष के मध्य रहता है। इसमें मौसम में मध्यम शीतलता आ जाती है इसमें मौसम काफी सुहावना  वह  लुभावना हो जाता है।

शीत ऋतु : यह ऋतु कार्तिक से माघ मास के मध्य रहती है। यह सभी ऋतु में से सबसे अधिक ठंडी ऋतु होती है स्वास्थ्य के लिए यह रितु सबसे अधिक महत्वपूर्ण होती है।

Bharat ki rituyen in hindi: 

Essay on Seasons in India in Hindi की इस पोस्ट में हम Bharat ki rituyen in hindi की बात करने वालें हैं।

भारत में छह प्रकार की ऋतु होती है। बसंत, वर्षा, शरद, ग्रीष्म, हेमंत और शीत ऋतु भारत एक ऐसा एकमात्र देश है। जहां भिन्न भिन्न प्रकार की ऋतु एवं जलवायु परिवर्तन होने के कारण ही यहां के देशवासियों की शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी अधिक होती है। भारत एक ऐसा देश है जहां हर ऋतु का अपना महत्व है और सभी ऋतु किसी त्यौहार से परिपूर्ण है जैसे फसलों की कटाई के समय लोहड़ी, बसंत ऋतु के समय बसंत पंचमी होती है| इसी प्रकार से हर ऋतु का अलग-अलग त्योहार होता है|

Seasons of India in Hindi:

 Essay on Seasons in India in Hindi की इस पोस्ट में हम 4 seasons of india in hindi के बारे में जानेंगे। वैसे तो भारत में 6 ऋतुएं होती हैं, परन्तु  4 ऋतुएं मुख्य हैं

ग्रीष्म ऋतु: ग्रीष्म ऋतु साल का सबसे गर्म मौसम है। यह 15 अप्रैल से शुरू होकर 15 जुलाई तक रहती है। ग्रीष्म ऋतु को ज्येष्ट  या आषाढ़ के नाम से भी जाना जाता है। ग्रीष्म ऋतु के दौरान दिन बड़े और रात छोटी होती है। इस मौसम में चलने वाली हवा को लू कहते हैं। नदियों, तालाबों, और झीलों आदि का पानी सुखकर कम होने लगता है। ग्रीष्म ऋतु में गर्मी की वजह से विषैले कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। ग्रीष्म ऋतु गरीबों के लिए वरदान होती है क्योंकि वह जहां चाहे सो सकते हैं। ग्रीष्म ऋतु में आम, खरबूजा, खीरा, ककड़ी, तरबूज, आदि खाने को मिलता है।

शीत ऋतु सर्दियों का मौसम बहुत ही अच्छा और सुहावना मौसम होता है। इस समय ठंडी ठंडी हवा चल रही होती है, नीला आसमान होता है, सुबह-शाम कोहरा पड़ता है। शीत ऋतु नवंबर माह में प्रारंभ होती है और फरवरी माह तक चलती है। शीत ऋतु के प्रारंभ होते ही दिन छोटे और रात बड़ी होने लग जाती है। सर्दियों में धूप का प्रभाव कम हो जाता है और उत्तर दिशा की ओर से हवाएं चलने लग जाते है।

इन दिनों में सभी लोग गर्म कपड़े स्वेटर, कोट, कंबल, रजाई इत्यादि का इस्तेमाल करते है।

सर्दियों में पाचन शक्ति मजबूत हो जाती है इसलिए सभी लोग अच्छा भोजन खाकर सेहत बनाते है।

इन दिनों में दीपावली, लोहड़ी, क्रिसमस जैसे बड़े-बड़े त्यौहार आते है जिनका लोग खूब आनंद उठाते है।  फल और सब्जियों का अच्छी मात्रा में उत्पादन होता है। दिसंबर और जनवरी माह में बहुत अधिक ठंड के साथ कोहरा भी हो जाता है जिससे कुछ दिखाई नहीं देता है।

वर्षा ऋतु: भारत के सभी ऋतु में वर्षा ऋतु एक अनुपम ऋतु है। यह हर साल गर्मी के मौसम के बाद जुलाई से शुरू होकर सितंबर महीने तक रहती है। गर्मी के मौसम में तापमान अधिक होने के कारण जैसे महासागर नदी आदि भाप के रूप में बादल बन जाते हैं और बादल आपस में घर्षण करते हैं।

साथ ही इससे बिजली गिरती है और बारिश होती है।  यह ऋतु संसार को जीवन देती है, प्यासे को पानी देती है, और मां की तरह सभी पृथ्वी के जीवों का पालन पोषण करती है। भारत में ग्रीष्म ऋतु के ठीक बाद वर्षा ऋतु का आगमन होता है।

बसंत ऋतु: वसंत ऋतु मनमोहक ऋतु होती है । इस ऋतु में गुलाब, गेंदा, सूरजमुखी, सरसों आदि के फूल बहुतायत में फूलते हैं। वसंत में वृद्धों और बीमारों में भी नवजीवन के संकेत दिखाई देने लगते हैं। जनसमूह नए उल्लास से भर जाता है। इसी उल्लास का प्रतीक है-वसंत पंचमी और होली का त्योहार। ललनाएँ वसंत पंचमी में प्रकृति से सामंजस्य बिठाते हुए पीली साड़ी पहनती हैं। किसान होली के गीत गाते हैं। लोकगीतों की धुन पर सब नाच उठते हैं । वसंत ऋतु प्रकृति का उपहार है। यह बीमारियों को दूर भगाने का काल है। 

Ritu Name in Hindi : 

भारत में 6 प्रकार की ऋतुए  होती हैं :

  1. बसंत ऋतु
  2. वर्षा ऋतु
  3. ग्रीष्म ऋतु
  4. शीत ऋतु
  5. शरद ऋतु
  6. हेमंत ऋतु

Hemant Ritu Essay in Hindi :

Essay on Seasons in India in Hindi की इस पोस्ट में आप Hemant ritu essay in hindi के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी।

जैसा की हम जानते है की भारत में कई ऋतुए हैं।  शीत  ऋतू  का जिसमे अहम् हिस्सा हैं।  शीट ऋतू को २ भागो  में बांटा गया हैं हेमंत और शिशिर।

शीट ऋतू की शुरुआत को हम  हेमंत ऋतू कह सकते हैं क्योंकि इस समय में ठंडक होती हैं। 

दोनों ऋतुओं ने हमारी परंपराओं को अनेक रूपों में प्रभावित किया है।  इसका समयकाल  मार्गशीर्ष-पौष  के मध्य होता हैं।  दीवाली इस ऋतु मे मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार में से एक है। 

स्वास्थय की दृष्टि से भी यह ऋतु बहुत लाभदायक होती है। इस ऋतु मे गर्म कपड़े पहनना एवं आग के सामने बैठना आदि अच्छा होता है ताकि शरीर को गर्म रखा जा सके। इस ऋतु के कुछ दुष्प्रभाव भी है जैसे- कुछ लोग ठंड सहन न करने के कारण बीमार हो जाते है। आयुर्वेद में हेमंत ऋतु को सेहत बनाने की ऋतु कहा गया है। हेमंत में शरीर के दोष शांत स्थिति में होते हैं। अग्नि उच्च होती है इसलिए वर्ष का यह सबसे स्वास्थ्यप्रद मौसम होता है। इस ऋतु में लघु (‌‌‌शीघ्र पचने वाले) तथा वातवर्धक अन्नपान का सेवन नहीं करना चाहिये।  बसंत, ग्रीष्म और वर्षा देवी ऋतु हैं तो शरद, हेमंत और शिशिर पितरों की ऋतु है। 

कार्तिक मास में करवा चौथ, धनतेरस, रूप चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज आदि तीज-त्योहार आते हैं, वहीं कार्तिक स्नान पूर्ण होकर दीपदान होता है। इस माह में उज्जैन में महाकालेश्वर की दो सवारी कार्तिक और दो सवारी अगहन मास में निकलती हैं। कार्तिक शुक्ल प्रबोधिनी एकादशी पर तुलसी विवाह होता है। हेमंत ऋतू के मौसम में प्रकृति का नजारा हरा-भरा हो जानें के कारण सभी लोग घुमनें के लिए बाहर जाते हैं। इस मौसम में सभी का स्वस्थ तंदुरुस्त हो जाता है। हेमंत ऋतू का यह मौसम सभी के लिए खुशियां लेकर आता है।

भारत में पुरे वर्ष सीजन बदलता है। वर्ष के शुरुआत से  ही  शीत  ऋतू का  आनंद शुरू हो जाता हैं। वर्ष  के मध्य में ग्रीष्म ऋतू  फिर वर्षा ऋतू का मनमोहक आगमन होता है। इस सीजन के बदलने से  हमारे शरीर को मजबूत बनता है, जो की अन्य देश के लोगो से अधिक होता है।  इस सीजन में हमे तरहतरह के फल , सब्जियां का आनंद मिलता है।  इससे हमारी रोग प्रतिरोधक छमता भी बढ़ती हैं। हर सीजन में अलग  अलग प्रकर के त्यौहार भी होते हैं।

SHISHIR  SEASON   ESSAY   IN  HINDI :

Essay on Seasons in India in Hindi की इस पोस्ट में आप SHISHIR  SEASON  ESSAY   IN  HINDI के बारे में जानेंगे की शीत  ऋतू को २ भागो में बनता गया है उसमे से एक ऋतु  है  शिशिर | शिशिर में कड़ाके की ठंड पड़ती है। घना कोहरा छाने लगता है। दिशाएं  उज्ज्वल हो जाती हैं मानो वसुंधरा और अंबर एकाकार हो गए हों। ओस से कण-कण भीग जाता है। 

Shishir season का काल माघ और फाल्गुन के मध्य होता है। इस ऋतु में प्रकृति पर बुढ़ापा छा जाता है। वृक्षों के पत्ते झड़ने लगते हैं। चारों ओर कुहरा छाया रहता है। इस प्रकार ये ऋतुएं जीवन रूपी फलक के भिन्न-भिन्न दृश्य हैं, जो जीवन में रोचकता, सरसता और पूर्णता लाती हैं। सब्जियों के पौधे तथा लताएँ अपने उत्पादन की चरम स्थिति में इस ऋतु में ही पहुँच जाती है। बाज़ार सब्जियों से पट जाता है। भोजन अत्यन्त स्वाद लगने लगता है।

इस समय लिया गया पौष्टिक और बलवर्धक आहार वर्ष भर शरीर को तेज, बल और पुष्टि प्रदान करता है। शिशिर में वातावरण में सूर्य के अमृत तत्व की प्रधानता रहती है तो शाक, फल, वनस्पतियां इस अवधि में अमृत तत्व को अपने में सर्वाधिक आकर्षित करती हैं और उसी से पुष्ट होती हैं। मकर संक्रांति पर शीतकाल अपने यौवन पर रहता है। 

शीत के प्रतिकार तिल, तेल आदि बताए गए हैं। शिशिर में ठंड बढ़ने के कारण अनेक प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक पाक, मेवों, दूध, गुड़-मूंगफली आदि शरीर को पुष्ट करते हैं। इस ऋतु में आने वाले व्रत-त्योहार में तिल के सेवन करने के लिए कहा जाता है। शीतकाल का खान पान वर्षभर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। शीतकाल के तीन-चार मासों में बनाए जाने वाले प्रमुख व्यंजनों में गोंद, मैथी,  के लड्डू और सौंठ की मिठाइयां प्रमुख हैं।

ABOUT AUNTUM SUMMER SEASON IN HINDI: 

Essay on Seasons in India in Hindi की इस पोस्ट में आप ABOUT AUNTUM SUMMER SEASON IN HINDI के बारे में जानेंगे कि बसंत ऋतु  काफी उत्तम ऋतु  हैं। यह काफी रोमांचक ऋतु  होती हैं।  वसन्त ऋतु वर्ष की एक ऋतु है जिसमें वातावरण का तापमान प्रायः सुखद रहता है। भारत में यह फरवरी से मार्च तक होती है। अन्य देशों में यह अलग समयों पर हो सकती है। इस ऋतु की विशेष्ता है मौसम का गरम होना, फूलो का खिलना, पौधो का हरा भरा होना और बर्फ का पिघलना। 

भारत का एक मुख्य त्योहार है होली जो वसन्त ऋतु में मनाया जाता है। यह एक सन्तुलित (Temperate) मौसम है। इस मौसम में चारो ओर हरियाली होती है। पेड़ों पर नये नये पत्ते उगते है। इस ऋतु में कई लोग झीलों आदि में घूमने जाते है। 

वसंत ऋतु में वसंत पंचमी, शिवरात्रि तथा होली नामक पर्व मनाए जाते हैं। भारतीय संगीत साहित्य और कला में इसे महत्वपूर्ण स्थान है। संगीत में एक विशेष राग वसंत के नाम पर बनाया गया है जिसे राग बसंत कहते हैं। वसंत राग पर चित्र भी बनाए गए हैं।

वसंत ऋतु सर्दियों के मौसम के बाद और गर्मियों के मौसम से पहले, मार्च, अप्रैल और मई के महीने में आती है। बसंत के आगमन पर  किसान नई फसलें के पकने का इंतजार करने लगते हैं। सरसों के पीले-पीले फूल खिल-खिला कर ख़ुशी व्यक्त करते हैं। सिट्टे भी ऐसे लगते हैं जैसे सिर उठाकर ऋतुराज का स्वागत कर रहे हों। सरोवरों में कमल के फूल खिल कर इस तरह पानी को छिपा लेते हैं जैसे मनुष्यों को संकेत देते हैं की अपने सारे दुखों को समेट कर खुल के जिंदगी का आनंद ले। आसमान में पक्षी किलकारियां मारकर बसंत का स्वागत करते हैं।

Essay on different season in hindi :

भारत में तरह तरह के ऋतु है। हर ऋतु का अपना महत्व होता है, कोई प्रेम का त्यौहार है तो कोई दीपो का।  भारत की जलवायु व तापमान अन्य देशो से काफी भिन्न होती है। जिस प्रकार से पश्चिमी देशों में 12 महीना शरद ऋतु रहती है वैसा भारत में नहीं होता यहां पर गर्मी, ठंडक, वर्षा सभी प्रकार के ऋतु होते हैं जिसके कारण भारत की ऋतु, विश्व के सभी देशों की ऋतु से अलग है।

Conclusion : 

जैसा कि हमने Essay on Seasons in India in Hindi पूरे लेख में जाना कि भारत में विभिन्न विभिन्न प्रकार की ऋतु में उनका नए-नए तरीकों से आगमन उनका खाद्य स्वास्थ्य सभी चीजों से हमारा जुड़ाव यह सभी चीजें केवल भारतवर्ष में ही दिखाई पड़ती है अतः हर ऋतु  ह में सतर्कता के साथ में आनंद लेते रहिए।